राजस्थान में अजमेर के गंज थाना क्षेत्र स्थित लौंगिया मोहल्ले से पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही में पश्चिम बंगाल से बेचा गया दस वर्षीय बालक को छुड़ाने में सफलता प्राप्त की है।
यह कार्यवाही पश्चिम बंगाल के 24 परगना नॉर्थ के थाना नेजटहाट पुलिस, गंज थाना पुलिस, मानव तस्करी विरोधी यूनिट व चाइल्ड लाइन अजमेर के संयुक्त प्रयासों से की गई। मानव तस्करी प्रभावी यूनिट के प्रभारी अशोक विश्नोई को पश्चिम बंगाल पुलिस ने अजमेर पहुंचकर बच्चें की फोटो व अन्य जानकारी से अवगत कराया जिस पर अजमेर के पुलिस उच्च अधिकारियों से प्राप्त निर्देशों के आधार पर त्वरित कार्यवाही को अंजाम देते हुए पश्चिम बंगाल से बेचे गए दस वर्षीय इस बालक को अजमेर के लौंगिया मोहल्ला स्थित बाबू भाई के मकान में रह रहे आलम बरी गाजी निवासी पश्चिम बंगाल के कब्जे से बरामद किया गया। इस बालक को उसके ही सौतेले पिता ने आलमबरी गाजी को बेच दिया था। मामले का मुकदमा थाना नेजटहाट पश्चिम बंगाल में मुकदमा नंबर 273/2019 धारा 363, 367 के तहत दर्ज किया गया था। जिस पर पश्चिम बंगाल पुलिस ने अजमेर पहुंचकर स्थानीय यूनिट को मामले से अवगत कराया था।
बरामद बच्चे को पश्चिम बंगाल पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है और आरोपी आलमबरी गाजी से पूछताछ की जा रही है। मालूम हो कि अजमेर के दरगाह नजदीकी इस क्षेत्र में पहले भी मानव तस्करी यूनिट ने बाल श्रम में लिप्त बच्चों को मुक्त कराया है। इस क्षेत्र में मकानों के तयखाने में आरी तारी का काम बहुतायत में होता है जिसमें बड़े पैमाने पर बच्चों से बाल श्रम कराया जाता है।
बंगाल में बेचा गया बालक अजमेर में बरामद, बंगाल पुलिस के साथ अजमेर में संयुक्त कार्यवाही